गांव बेंलिया के लोगों का वायरल वीडियो: जान जोखिम में डालकर कर रहे थे दरिया बसंतर पार
श्रावण का महीना और बरसात का मौसम किस को अच्छा नहीं लगता कहते हैं कि भगवान भोलेनाथ को यह मौसम सबसे अधिक प्रिय है और श्रावण के महीने में जब बादल बरसते हैं तो भगवान भोलेनाथ की जो पूजा करते हैं उनकी हर मनोकामना पूरी होती है। लेकिन यही श्रावण का महीना और बरसात के दिन उन लोगों के लिए मुसीबत बन जाते हैं जो सांबा के दूरदराज के इलाकों बेलियां कनेर आदि गांव में रहते हैं। हमने अपने माध्यम से पहले भी आपको बताया था कि बनव के लोगों को किस तरह से दरिया पार करके हर काम के लिए जाना पड़ता है जहां तक उनके छोटे बच्चे स्कूल के लिए भी दरिया पार करके ही जाते हैं। इस खबर को हमने लगाया था और इस को सांबा प्रशासन के संज्ञान में ला चुके हैं। लेकिन जो वीडियो अब हम आपको दिखाने जा रहे हैं एक बहुत ही दिल दहला देने वाला वीडियो है जिसमें गांव बेंलिया के लोग अपने घर को जाने के लिए दरिया पार कर रहे हैं। बसंतर में अक्सर इस वक्त फ्लैश फ्लड आ जाती है और लोग आने जाने के लिए दरिया बसंतर को पार करते हैं। आप हमारे माध्यम से देख रहे हैं कि किस प्रकार लोगों के गले तक पानी आ गया है और वो दरिया को पार कर रहे हैं। इतना ज्यादा जोखिम भरा, खतरनाक और दिल दहला देने वाला यह वीडियो अभी तक हमने नहीं देखा है एक जरा सी चूक इन लोगों को मौत के मुंह में ले जा सकती है। लेकिन इन लोगों के रोज इस तरह के मौत से जूझने वाले काम को करना पड़ता। है तो आप इस बात को समझे कि किन दुश्वारियां में यह लोग रह रहे हैं किस तरह का जीवन व्यतीत कर रहे हैं। आप में से कोई भी देखेगा कि सात आठ आदमी एक दूसरे का हाथ पकड़कर पार कर रहे हैं निश्चित तौर पर एक पैर उखड़ जाने पर के इन लोगों के साथ कोई भी हादसा हो सकता है, जिससे उनकी जान जा सकती है। वीडियो के पीछे से आप जो किनारे लोग हैं उनकी आवाज सुन रहे जिसमें वह कह रहे हैं कि यह लोग बह गए तो हमारा इन लोगों से भी अनुरोध है कि इतना जान जोखिम में डालकर वह दरिया को पार ना करें क्योंकि एक झटके से फ्लड का पानी और बढ़ सकता है जिनके पांव उखड़ सकते हैं और प्रशासन से अनुरोध है कि इन लोगों के लिए कोई वैकल्पिक मार्ग उपलब्ध करवाया जाए जिससे लोगों का जीवन सुगम हो सके और रोजमर्रा में मौत का सामना करते हैं ऐसा ना हो पाए।