जिला सांबा के दूरदराज के इलाके सुंब ब्लॉक की पंचायत कारड के गांव बनब के लोगों को नहीं है जाने का रास्ता: बसंतर दरिया करना पड़ता है पार

जिला सांबा के दूरदराज के इलाके सुंब ब्लॉक की पंचायत कारड के गांव बनब के लोगों का जीना इस वक्त बहुत ही बेहाल है। जब भी बरसात का मौसम आता है तो बनब गांव को कोई मार्ग उपलब्ध नहीं है उनको अपनी जरूरतों और रोजमर्रा का सामान लेने के लिए बसंतर दरिया को पार करना ही पड़ता है यहां तक कि यह आलम है कि स्कूली बच्चे भी दरिया पार करके स्कूल जाते हैं जिससे उनके कपड़े वगैरह किताबें हैं तो गीले होते ही हैं उसके अलावा कहीं फ्लैश फ्लड में उनके बह जाने का खतरा भी बना रहता है। हम आपको अपने माध्यम से पहले भी बताते आये हैं कि बरसात के दिनों में जो पहाड़ी गांव हैं उनमें अक्सर में आने-जाने की सुविधा नहीं रहती है। वहीं अब बनब गांव की हालत देखकर हमें तो ऐसा लगता है कि हम अभी भी आदमयुग में ही रह रहे हैं।

जिस तरीके से इन तस्वीरों में आप देख रहे हैं कि छोटे बच्चे दरिया पार कर रहे हैं तो एक अजीब सी चुभन दिल में महसूस होती है और एक अजीब सा भय इंसान को सताता है कि कहीं अगर यह मेरे बच्चे होते तो क्या होता। मां बाप को भी इसके अलावा कोई और विकल्प नहीं है तो मजबूरन बच्चों को पढ़ाने के लिए उन को स्कूल भेजना ही पड़ता है। वहीं गांव के एक बुजुर्गवार ने हमें बताया कि उन लोगों का जीवन बहुत ही मुश्किल है। हर काम के लिए उनको दरिया बसंतर को पार करना पड़ता है कहीं कोई बीमार हो जाए, या छोटे बच्चे स्कूल जाने वाले हो तो उनको आने जाने के लिए दरिया बसंतर को पार करना ही पड़ता है और यह एक बहुत ही जोखिम भरा काम है और कहीं भी कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है।

हमारी सरकार से यह बार-बार गुजारिश है कि इन लोगों की दुख दुआओं का संज्ञान लिया जाए और कोई वैकल्पिक मार्ग जैसे कि गांव हंडड में लोहे के पुल का निर्माण किया गया था, ऐसा ही पुल का निर्माण इनके लिए भी किया जाए ताकि यह लोग भी एक बेहतर जिंदगी जी सकें।