नए क्रिमिनल कानून को लेकर PTTI विजयपुर में चल रहे पुलिस ऑफीसर्स के प्रशिक्षण शिविर में रिटायर्ड जज और पूर्व पब्लिक सर्विस कमीशन के मेंबर सुभाष गुप्ता और पूर्व जॉइंट डायरेक्टर प्रॉसीक्यूशन पवन खजुरिया जी ने दिया गेस्ट लेक्चर: प्रिंसिपल पीटीईटी एसएसपी दुष्यंत शर्मा ने किया धन्यवाद

नए क्रिमिनल कानून को लेकर को लेकर जो की फर्स्ट अप्रैल 2024 से लागू होने है इसको लेकर ऑफिसर्स के प्रशिक्षण शिविर लगाए जा रहे हैं जिसके तहत पीटीईटी विजयपुर में भी इस तरह के प्रशिक्षण शिविर चल रहे हैं जिसमें पुलिस ऑफिसर्स को नए क्रिमिनल लॉ के लेकर उनके बारे में जानकारी दी जा रही है और उनमें इंडियन पेनल कोड जो कि अब भारतीय न्याय संस्था संहिता है उसमें किस तरह के बदलाव आए हैं और किस तरह से अब इसको लेकर कानून क्या कहता है इसको लेकर प्रशिक्षण शिविर लगाए जा रहे हैं। ऐसे ही प्रशिक्षण शिविर में आज PTTI विजयपुर में रिटायर्ड जज और पूर्व पब्लिक सर्विस कमिशन मेंबर सुभाष गुप्ता जी और ज्वाइंट डायरेक्टर पूर्व जॉइंट डायरेक्टर प्रॉसीक्यूशन पवन खजूरिया जी को आमंत्रित किया गया जिन्होंने नए क्रिमिनल कानून और इंडियन पेनल कोड में हुए बदलाव को लेकर काफी महत्वपूर्ण जानकारियां दी। जॉइंट डायरेक्टर प्रॉस्टिट्यूशन पवन खजूरिया जी ने नए क्रिमिनल लॉ को लेकर बताया कि किस तरह से कौन-कौन सी सेक्शन कहां-कहां पर चेंज हुई है और जो ऑर्गेनाइज्ड क्राईम है और दफा 302 में किस तरह के बदलाव किए गए हैं इसके बारे में जानकारी दी।

वहीं इसके बारे में खुलकर बात करते हुए प्रशिक्षण शिविर में आए रिटायर्ड जज सुभाष गुप्ता ने काफी महत्वपूर्ण व्याख्यान दिया। उन्होंने बताया कि किस तरह से बदलाव किए गए हैं। ऑर्गेनाइज्ड क्राईम को किस-किस तरह से कौन-कौन सी सेक्शन में रखा गया है और किस तरीके से यह महत्वपूर्ण है जिससे कि पब्लिक प्रॉपर्टी को नुकसान ना हो या किसी भी तरह का कोई ऑर्गेनाइज्ड क्राईम कहीं पर हो रहा है उसके पीछे क्या मंशा है उसको इन नए कानून के जरिए काबू में किया जा सकता है। वहीं उन्होंने प्रशिक्षुयों को दफा 302 में हुए बदलाव जो कि अब 102 भारतीय न्याय संहिता की धारा है इसमें किस तरीके के बदलाव हुए हैं और भी काफी महत्वपूर्ण जानकारी दी। बाद में प्रशिक्षुयों से हुए संवाद में उन्होंने उनसे उनको यह भी बताया कि यह सब जो कानून में चेंज आई है यह बदलते हुए समाज का परिवेश है और एक पुलिस अफसर के द्वारा यह पूछने पर की क्या यह कनविक्शन रेट को बढ़ाने के लिए है तो उन्होंने बताया कि भारतीय न्याय संहिता जैसे कि शब्द कहते हैं यह न्याय जैसे कि शब्द बताता है भारतीय न्याय संस्था इसमें न्याय को परिभाषित किया गया है कि किस तरह से न्याय मिलेगा और कौन-कौन सी गलतियों से कनविक्शन रेट नहीं हो पता है कनेक्शन नहीं हो पाती है इसके बारे में भी उन्होंने खुलकर बात की।

इससे पहले प्रिंसिपल PTTI एस एस पी दुष्यंत शर्मा ने रिटायर्ड जज सुभाष गुप्ता पूर्व जॉइंट डायरेक्टर प्रॉसीक्यूशन पवन खजुरिया और यूथ फॉर सोसाइटी के अध्यक्ष राहुल सांब्याल जो की विशेष रूप से आमंत्रित थे, उनका स्वागत किया और उनका मोमेंटोस देकर अभिवादन भी किया।

उन्होंने कहा कि वक्तायों ने बहुत ही बारीकी से नए कानून में हुए बदलाव को के बारे में बताया है जैसा कि नया कानून बदलते हुए समाज को परिभाषित करता है तो उन्होंने बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारियां दी। उन्होंने वक्तायों का इसके लिए विशेष रूप से धन्यवाद भी अदा किया उन्होंने कहा कि जैसे कि यह कानून पहली अप्रैल से लागू हो जाने हैं तो इसके लिए वह लगातार प्रशिक्षण शिविर लगा रहे हैं।