सरोर टोल प्लाजा: कौन लेगा इसके बंद होने का श्रेय???

जैसा कि आप सभी जानते हैं कि इस वक्त सरोर टोल प्लाजा सुर्खियों मेंं है। जब से यहां पर युवा राजपूत सभा द्वारा उग्र प्रदर्शन किया गया जिसमें उन्होंने प्रशासन को यह धमकी दे डाली की यह टोल प्लाजा बंद होना चाहिए, अगर यह एक निश्चित समय सीमा में बंद नहीं होगा तो वह यहां पर एक बहुत बड़ा प्रदर्शन करेंगे।

उसके बाद से यह आए दिन चर्चाओं में ही रहता है। उसके बाद अक्सर सुर्खियों में रहते रिटायर्ड एडीजीपी बसंत रथ का युवा राजपूत सभा के सदस्यों के साथ यहां से अपील करना की इस टोल प्लाजा को यहां से हटा दिया जाए, ने इस टोल प्लाजा को और वायरल कर दिया है। जनमानस तो शुरू से ही इसके खिलाफ थी। सभी का यह कहना है कि यह टोल प्लाजा जो है यह गलत है इसको हटा देना चाहिए और अब लगता है कि भाजपा भी उनके दबाव में आकर झुक गई है और कल भाजपा के पदाधिकारियों द्वारा एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई

जिसमें डॉक्टर देवेंद्र मंन्याल, सुरजीत सिंह सलाथिया, चंद्र प्रकाश गंगा आदि अन्य ने भाग लिया और उन्होंने भी नेशनल हाईवे अथॉरिटी के आगे यह अपील की है कि इस टोल प्लाजा को बंद कर दिया जाए। उन्होंने यह भी बताया कि हमारे मेंबर पार्लियामेंट जुगल किशोर शर्मा द्वारा भी एक लेटर इस बाबत नेशनल हाईवे अथॉरिटी को लिखा गया है। तो इन सब के बीच में यह चीज तो निश्चित हो चुकी है कि यह टोल प्लाजा बंद होगा क्योंकि यह टोल प्लाजा शुरू से ही गलत था। प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी बीजेपी के पदाधिकारियों द्वारा यह कबूल किया गया जो लोग पहले से ही कहते आए थे जैसा कि नेशनल हाईवे ऑथारिटी के जो नियम है उसमें यह है कि 60 किलोमीटर के अंदर एक दूसरा टोल प्लाजा नहीं लग सकता तो इस हिसाब से अगर यह देखा जाए तो यह टोल प्लाजा वन टोल प्लाजा के साथ 60 किलोमीटर से कम दूरी पर था इसलिए इसका लगना ही उचित नहीं था। यह आज की बात नहीं है जब से यह टोल प्लाजा शुरू हुआ है लोगों ने खासकर सांबा के लोगों ने इस बाबत बहुत ही जबरदस्त आंदोलन किए हैं कि यह टोल प्लाजा गलत है। पहले यहां पर सांबा नंबर की गाड़ियों से भी टोल वसूला जाता था। बाद में जब लोगों ने बहुत आंदोलन किया तो सांबा नंबर की जो गाड़ियां थी उनका टोल लेना बंद कर दिया गया। लेकिन उसके बाद भी जिन लोगों ने जम्मू के नंबर या कठुआ की नंबर की गाड़ी जिनके पास थी और रहते वह सांबा में ही थे, उनका टोल लगातार वसूला जाता रहा और इस बाबत यहां पर कई बार लड़ाइयां भी हुई जिसमें टोलकर्मी अपने गुंडो के साथ लोगों को धमकाते और मारते नजर आए। तो अक्सर ही यह टोल प्लाजा सुर्खियों का विषय बना रहता था। इसकी शुरुआत में चौधरी नगर सिंह जो की एक मशहूर अंडरवर्ल्ड डॉन है उन्होंने भी यहां पर आकर ट्रक बस वालों के साथ मारपीट की थी। अब जब की जब युवा राजपूत सभा ने थोड़े दिन पहले आकर यहां पर एक बहुत बड़ा प्रदर्शन किया जिसमें उन्होंने प्रशासन को यह धमकी दे डाली किए गए निश्चित समय सीमा के तहत इसका इसको बंद नहीं किया गया तो वह उग्र आंदोलन करने पर मजबूर हो जाएंगे। फिर बाद में उनकी जिलाधीश सांबा से भी डेट 2 घंटे की मुलाकात रही जिस मे भी उन्होंने यहां पर टोल प्लाजा को बंद करने की मांग की। उसके बाद से एमपी जुगल किशोर शर्मा द्वारा एक पत्र नेशनल हाईवे अथॉरिटी को लिखना कि यह टोल प्लाजा बंद कर दिए जाए और कल भाजपा के स्टेट पदाधिकारी द्वारा जिस तरह से बैठक करके नेशनल हाईवे अथॉरिटी से यह अपील की गई कि इसको बंद कर दिया जाए। यह गलत है, इसका यहां पर होना उचित नहीं है। नेशनल हाईवे इस वक्त सही स्थिति में नहीं है और जगह-जगह से टूटा फूटा है इसलिए टोल नहीं लगना चाहिए और सुरजीत सिंह सलाथिया द्वारा यह कह डालना कि यह शुरू से ही गलत था इसे यहां पर नहीं लगना चाहिए था। तो ऐसा लगता है कि हर एक कोई इस टोल प्लाजा के साथ जुड़ी हुई जनमानस की भावनाओं का लाभ उठाने की कोशिश में है और इसका श्रेय लेने की कोशिश कर रहा है कि अगर यह टोल प्लाजा बंद होता है तो लोगों को निश्चित तौर पर एक बहुत बड़ी राहत मिलेगी और जबकि लोकल बॉडीज के चुनाव आने वाले हैं और टोल प्लाजा का श्रेय लेकर वोट बैंक को अपने साथ बांधा जा सकता है चलो जो भी हो हम तो यही कहेंगे

“कि यह जो पब्लिक है.. यह सब जानती है”