Man Vs Wild: कनेर में चीते का हमला, कुत्ते को मार डाला
कल हुए एक भयानक हादसे में कनेर गांव में एक चीते ने रात के वक्त हमला कर दिया। पंच रोमाल सिंह का कहना है कि उसके घर के पीछे रात को चीते के दहाड़ने की आवाज सुनाई दी। चीता उनके घर के बिल्कुल पीछे आ गया था। तो उसके कुत्ते ने हिम्मत करके चीते पर हमला कर दिया कुछ देर लड़ाई होने के बाद चीते ने कुत्ते को बुरी तरह से फाड़ डाला जिससे उनका पालतू कुत्ता मर गया। रोमाल सिंह का कहना है कि चीते का आंतक भी इलाके में बढ़ गया है।
अभी हमने कोई तीन-चार महीने पहले ही आपको यह खबर दी थी की हंडड गांव में भी चीते ने हमला किया था जिसमें एक कुत्ते के साथ उसकी टक्कर हो गई थी। कुत्ते का मालिक भी उनके साथ था। बच्चों द्वारा शोर डालने पर कुत्ते ने चीते पर हमला कर दिया। कुत्ते दो थे और उनके साथ उनके मालिक भी मौजूद थे जिसको देखकर कुत्तों की हिम्मत बढ़ गई थी। हालांकि चीते ने एक कुत्ते को दबोच लिया था लेकिन दूसरे कुत्ते ने मलिक के साथ जब फिर से चीते के ऊपर अटैक किया तो चीते को कुत्ते को छोड़कर वहां से भागना पड़ा। यह वारदात हंडड गांव के पांच भाग सिंह के भतीजे दविंदर सिंह के साथ हुई थी और दोनों कुत्ते भी उन्हीं के थे। तब से तीन-चार महीने के बाद अब कनेर गांव में इस तरह से चीते का कुत्ते पर हमला करना लोगों में एक दहशत का पर पर्याय बन गया है। लोगों को यह डर है कि रात के अंधेरे में उन के मवेशियों और उन पर भी हमला कर सकता है। लोगों ने प्रशासन से यह अनुरोध किया है कि वाइल्डलाइफ वालों को भेजकर जल्द से जल्द इस चीते को पकड़ा जाए और इसको कहीं और घने जंगली इलाके में छोड़ दिया जाए नहीं तो उनको अपनी जान पर खतरा बना रहेगा। हम आपको यह भी बताते चलें की कनेर, हंडड, समोठा, सओडम, बेलिया, बन्ब, जीड, जट्टा, रयोर, प्यूर आदि यह सारे गांव छोटे-छोटे हैमलेट पर मौजूद हैं और अक्सर शिकार की तलाश में जब चीतों स को कुछ नहीं मिलता तो इन लोगों के मवेशी बकरी आदि को खाने के लिए यह उन लोगों के घर पर दवा बोल देते हैं इसलिए पालतू कुत्ते इन गांवों के लोगों का बहुत साथ देते हैं और तकरीबन लोगों ने अपने घर में कुत्ते रखे होते हैं। लेकिन अब चीते द्वारा इस तरह से कुत्तों को मार देना इससे लोगों में एक डर का माहोल फैल गया है। प्रशासन से फिर हमारी विनती है कि जल्द से जल्द वाइल्डलाइफ वालों को भेजकर इस चीते को कहीं दूर खदेड दिया जाए।